स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन इंटरनल 2025, भारत इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी

 


 आयोजक: भारत इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (BIET) | 18–19 सितम्बर, 2025

स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन इंटरनल 2025, जो AICTE और शिक्षा मंत्रालय द्वारा समर्थित देश की सबसे प्रतिष्ठित नवाचार चुनौतियों में से एक है, 18 सितम्बर को भारत इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (BIET) में आरंभ हुआ। इस दो दिवसीय कार्यक्रम में 126 टीमों ने भाग लिया, जो विभिन्न इंजीनियरिंग शाखाओं से थीं। सभी टीमों ने स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन के ग्रैंड फिनाले में स्थान पाने के लिए प्रतिस्पर्धा की।

कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. पापिया दत्ता, संयोजक (Convenor), स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन, BIET, के प्रेरणादायी स्वागत भाषण से हुआ। उन्होंने हैकाथॉन के उद्देश्यों और छात्रों में रचनात्मकता एवं तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने में इसकी अहम भूमिका पर प्रकाश डाला। इसके पश्चात डॉ. वी. श्रीनिवास राव, डीन, BIET, और श्री टी. पी. राव, प्लेसमेंट ऑफिसर, ने छात्रों को संबोधित किया और आज की प्रतिस्पर्धी दुनिया में नवाचार और समस्या-समाधान की प्रासंगिकता पर बल दिया।

डॉ. पापिया दत्ता ने दो दिवसीय कार्यक्रम की रूपरेखा भी प्रस्तुत की। पहले दिन टीमों ने गहन विचार-मंथन और समाधान विकास पर काम किया। कठिन परिश्रम और रचनात्मक प्रस्तुतियों के बाद 53 टीमों का चयन 19 सितम्बर को आयोजित होने वाले फाइनल राउंड के लिए किया गया।



ग्रैंड फिनाले का मूल्यांकन बाहरी विशेषज्ञों के एक प्रतिष्ठित पैनल ने किया, जिनमें अग्रणी जियो-स्पेशल प्रोफेशनल श्री उत्तम श्रीधर शामिल थे। इस अवसर पर भारत इंस्टिट्यूशन्स के माननीय चेयरमैन श्री च. वेणुगोपाल रेड्डी की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा और बढ़ा दी।

हैकाथॉन की सफलता का श्रेय आयोजक समिति को जाता है, जिसका नेतृत्व प्रो. जी. कुमारस्वामी राव, निदेशक, BIET, ने संरक्षक (Patron) के रूप में और डॉ. पापिया दत्ता ने संयोजक (Convenor) के रूप में किया। समिति में सह-संयोजक (Co-Conveners) श्री सुरेश कुमार, डॉ. नृपेश, डॉ. संदीप के.आर. विश्वकर्मा, सुश्री शिवानी सिसोदिया, श्री मुजम्मिल मुश्ताक, सुश्री प्रत्युषा चौधरी, सुश्री समरूत अफरीन और सुश्री सुमैया शामिल थे, जिन्होंने कार्यक्रम को सुचारू रूप से संचालित करने में अहम योगदान दिया।

स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन इंटरनल 2025 केवल एक प्रतियोगिता नहीं था, बल्कि छात्रों के लिए अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने, सहयोग की भावना को मजबूत करने और वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का समाधान विकसित करने का एक उत्कृष्ट मंच साबित हुआ।

यह आयोजन 19 सितम्बर को हुए भव्य फिनाले के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, जहां विजेता टीमों की घोषणा की गई और प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए गए। इस प्रकार, यह हैकाथॉन छात्रों और संकाय के लिए एक अविस्मरणीय और प्रेरणादायी अनुभव बन गया।